परिचय
भूगर्भ जलशास्त्री एक विशेषज्ञ होता है जो पृथ्वी के भीतर जल संसाधनों का अध्ययन करता हैं। वह जलविज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए भूजल की खोज, प्रबंधन और संरक्षण में मदद करता हैं। उसका काम जल गुणवत्ता, जल उपलब्धता, और भूजल प्रदूषण जैसे मुद्दों पर केंद्रित होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
समस्या का समाधान करना।
चीजों को व्यवस्थित करना और योजना बनाना।
नई और आधुनिक चीजें बनाना।
क्षमता
यंत्र और उपकरणों/ सॉफ्टवेयर के साथ काम करना।
चीजों के बीच संबंधों की समझ।
संख्याओं , डाटा , ग्राफ की समझ।
प्रवेश मार्ग
विज्ञान संकाय (भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित/जीव विज्ञान) कक्षा 12 वीं पूरी करें ।
भूगर्भ विज्ञान, जलविज्ञान, या संबंधित क्षेत्र में स्नातक डिग्री प्राप्त करें।
भूगर्भ विज्ञान या जलविज्ञान में मास्टर डिग्री और पीएचडी करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच कर लें।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान -
राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर
राजस्थान राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (RSTI), अजमेर
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर राजस्थान)
अन्य संस्थान -
जयपुरिया संस्थान (Jaipur Institute of Engineering and Technology, JIET)
संजय गांधी पीजी कॉलेज (SGPGC), कोटा
अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय, जयपुर
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (राजस्थान)
दूरस्थ शिक्षा -
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार से 7 लाख रूपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं । उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (यह विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.inलिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल -
सरकारी एजेंसियां (जैसे- केंद्रीय भूजल बोर्ड, राज्य भूजल विभाग), शोध संस्थान और विश्वविद्यालय, पर्यावरण परामर्श कंपनियाँ , गैर-सरकारी संगठन (NGOs), निजी क्षेत्र की कंपनियाँ (जैसे, कृषि, निर्माण और पर्यावरणीय सेवाएं) एवं अन्य ।
कार्य का माहौल-
यह फील्ड और डेस्क जॉब का मिश्रण होता हैं ।
अंशकालीन काम और संविदा आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं और यह फ्रीलांसिंग होता हैं
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 7-8 घंटे काम करना पड़ सकता हैं
साथ ही ओवरटाइम की संभावना रहती हैं।
उद्यमिता के तहत स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
जूनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट→सीनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट→प्रोजेक्ट मैनेजर→अनुसंधान वैज्ञानिक
अपेक्षित वेतन
एक भूगर्भ जलशास्त्री की आय लगभग 6 से 20 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
भूगर्भ जलशास्त्री (Hydrologist)
NCS Code: NA |भूगर्भ जलशास्त्री एक विशेषज्ञ होता है जो पृथ्वी के भीतर जल संसाधनों का अध्ययन करता हैं। वह जलविज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग करते हुए भूजल की खोज, प्रबंधन और संरक्षण में मदद करता हैं। उसका काम जल गुणवत्ता, जल उपलब्धता, और भूजल प्रदूषण जैसे मुद्दों पर केंद्रित होता है।
रुचि
क्षमता
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच कर लें।
सरकारी संस्थान -
अन्य संस्थान -
दूरस्थ शिक्षा -
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार से 7 लाख रूपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं ।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(यह विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल -
सरकारी एजेंसियां (जैसे- केंद्रीय भूजल बोर्ड, राज्य भूजल विभाग), शोध संस्थान और विश्वविद्यालय, पर्यावरण परामर्श कंपनियाँ , गैर-सरकारी संगठन (NGOs), निजी क्षेत्र की कंपनियाँ (जैसे, कृषि, निर्माण और पर्यावरणीय सेवाएं) एवं अन्य ।
कार्य का माहौल-
जूनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट→सीनियर हाइड्रोजियोलॉजिस्ट→प्रोजेक्ट मैनेजर→अनुसंधान वैज्ञानिक
एक भूगर्भ जलशास्त्री की आय लगभग 6 से 20 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
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