परिचय
म्यूजिक थेरेपिस्ट एक ऐसा प्रशिक्षित पेशेवर होता है जो संगीत के माध्यम से लोगों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ जो सुधारने मे मदद करता है ।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
लोगों के साथ और उनके लिए काम करना।
नई और आधुनिक चीजें बनाना।
समस्या का समाधान करना।
क्षमता
चीजों के बीच संबंधों की समझ।
यंत्र और उपकरणों/ सॉफ्टवेयर के साथ काम करना।
प्रवेश मार्ग
किसी भी स्ट्रीम से कक्षा 12 वीं पूरा करें।
मनोविज्ञान व संगीत शास्त्र से स्नातक की डिग्री करें।
या
स्नातक की डिग्री के पश्चात मनोविज्ञान व संगीत शास्त्र या संबंधित क्षेत्र से मास्टर डिग्री करें।
या
म्यूजिक थेरेपी में पीजी डिप्लोमा कोर्स करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
मोहनलाल सुखाडिया विश्व विद्यालय उदयपुर
राजस्थान संगीत संस्थान जयपुर
राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर
जयनारायण विश्वविद्यालय,जोधपुर
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर
यूनिवर्सिटी महारानी कॉलेज, जयपुर
जीडी राजकीय महिला महाविद्यालय ,अलवर
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार सें 1 लाख 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हें उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.inलिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल-
अस्पताल, पुनर्वास देखभाल इकाइयाँ, नैदानिक अनुसंधान सुविधाएं, कल्याण केंद्र, सहायता प्राप्त आवास केंद्र, मनोरोग सुविधाएं, हिरासत केंद्र, फोरेंसिक संस्थाएं, संकट केंद्र, वरिष्ठ समुदाय और स्कूल आदि।
उद्यमिता के तहत आप स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते है
कार्य का माहौल-
यह फील्ड जॉब होती हैं और डेस्क जॉब का मिश्रण होता है ।
स्थानीय यात्रा नौकरी का एक हिस्सा हो सकती है।
अंशकालीन काम और आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं ।
आपको सप्ताह में 5 दिन तथा प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना पड़ सकता हैं
एक फ़्रेशर के रूप में एक संगीत चिकित्सक की वेतन लगभग 3 लाख से 6 लाख रुपये प्रतवर्ष हो सकता है। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
राजस्थान में कुछ प्रसिद्ध म्यूजिक थेरपिस्ट का परिचय एवं उनके कार्यक्षेत्र निम्नलिखित हैं-
डॉ. सोमा घोष
राजस्थान की एक जानी-मानी म्यूजिक थेरपिस्ट और गायिका हैं। उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत और म्यूजिक थेरपी में व्यापक अनुभव है।
डॉ. सोमा घोष विभिन्न अस्पतालों और मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों में म्यूजिक थेरपी सत्रों का आयोजन करती हैं। वे विशेष रूप से मानसिक तनाव, अवसाद, और न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में विशेषज्ञता रखती हैं। डॉ. सोमा घोष की म्यूजिक थेरपी सत्रों की फीस प्रति सत्र ₹2,000 - ₹5,000 के बीच हो सकती है। विशेष कार्यशालाओं और सेमिनारों के लिए उनकी फीस ₹10,000 - ₹50,000 तक हो सकती है।
म्यूजिक थेरेपिस्ट (Music Therapist)
NCS Code: 51.2305 |म्यूजिक थेरेपिस्ट एक ऐसा प्रशिक्षित पेशेवर होता है जो संगीत के माध्यम से लोगों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ जो सुधारने मे मदद करता है ।
रुचि
क्षमता
या
या
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
सरकारी संस्थान-
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार सें 1 लाख 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हें
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल-
कार्य का माहौल-
म्यूजिक थेरपी रिसर्चर→मेंटल हेल्थ पेशेवर→सोशल वर्कर→सीनियर म्यूजिक थेरेपिस्ट
एक फ़्रेशर के रूप में एक संगीत चिकित्सक की वेतन लगभग 3 लाख से 6 लाख रुपये प्रतवर्ष हो सकता है।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
राजस्थान में कुछ प्रसिद्ध म्यूजिक थेरपिस्ट का परिचय एवं उनके कार्यक्षेत्र निम्नलिखित हैं-
डॉ. सोमा घोष
राजस्थान की एक जानी-मानी म्यूजिक थेरपिस्ट और गायिका हैं। उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत और म्यूजिक थेरपी में व्यापक अनुभव है।
डॉ. सोमा घोष विभिन्न अस्पतालों और मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों में म्यूजिक थेरपी सत्रों का आयोजन करती हैं। वे विशेष रूप से मानसिक तनाव, अवसाद, और न्यूरोलॉजिकल विकारों के इलाज में विशेषज्ञता रखती हैं। डॉ. सोमा घोष की म्यूजिक थेरपी सत्रों की फीस प्रति सत्र ₹2,000 - ₹5,000 के बीच हो सकती है। विशेष कार्यशालाओं और सेमिनारों के लिए उनकी फीस ₹10,000 - ₹50,000 तक हो सकती है।
स्त्रोत- https://youtu.be/UX6R0uFhyvA?si=iJLqF5ucEP-HJCpZ
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।