परिचय
वृद्धावस्था परामर्शदाता ऐसे पेशेवर होते हैं जो बुजुर्ग व्यक्तियों को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करते हैं। उनका उद्देश्य वृद्ध व्यक्तियों की जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना और उन्हें उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं से निपटने में मदद करना है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
लोगों के साथ और उनके लिए काम करना।
समस्या का समाधान करना।
क्षमता
शब्द और भाषा की पहचान और लेखन करना।
नए डिजाइन और पैटर्न बनाना।
चीजों के बीच संबंध को समझना।
प्रवेश मार्ग
किसी भी संकाय में कक्षा 12 वीं पूरा करें ।
सामाजिक कार्य, मनोविज्ञान, या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री करें ।
या
स्नातक की डिग्री के पश्चात सामाजिक कार्य एवं संबंधित क्षेत्र मे मास्टर डिग्री करें ।
या
काउंसलिंग मे डिप्लोमा करें ।
या
काउंसलिंग मे सर्टिफिकेट कोर्स करें ।
प्रमाणन/लाइसेंस आवश्यकताओं के लिए पूर्ण स्नातक और स्नातकोत्तर इंटर्नशिप अनुभव
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् (एनसीईआरटी), अजमेर
क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान,अजमेर (एनसीईआरटी )
राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
अन्य संस्थान-
जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय, उदयपुर
महात्मा ज्योति राव फूले विश्वविद्यालय, जयपुर
मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर
ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा संस्थान-
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
यूडेमी
टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (TISS), जयपुर परिसर
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (NIMHANS), जयपुर
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार सें 1 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है। उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.inलिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल-
अस्पताल और सामुदायिक केंद्र, मानसिक स्वास्थ्य केंद्र, पुनर्वास केंद्र, शैक्षिक संस्थान, वृद्धाश्रम, निजी क्लीनिक, सरकारी और एनजीओं।
कार्य का माहौल-
यदि आप एक अस्पताल में काम करते हैं, तो सप्ताह में 6 - 7 दिन प्रति दिन 8 - 9 घंटे का समय हो सकता है।
शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
उद्यमिता के तहत स्वयं निजी प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
वरिष्ठ जेरिएट्रिक काउंसलर→विभाग प्रमुख→शिक्षक या प्रोफेसर→शोधकर्ता
अपेक्षित वेतन
वेतन लगभग 4 लाख सें 12 लाख रुपये वेतन प्रतिवर्ष हो सकता है। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. मनु शर्मा एक वृद्धावस्था परामर्शदाता और मनोचिकित्सा के प्रोफेसर हैं, जिनके पास मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले विविध रोगी आबादी के इलाज में 10 वर्षों का नैदानिक अनुभव है। डॉ. शर्मा एक लोकप्रिय शिक्षाविद् हैं और उन्होंने चिकित्सा अनुसंधान के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। वह एक अत्यधिक कुशल और दयालु मनोचिकित्सक हैं, जो रोगियों को साक्ष्य आधारित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने की प्रतिष्ठा रखते हैं।
वृद्धावस्था परामर्शदाता (Geriatric Counselor)
NCS Code: NA |वृद्धावस्था परामर्शदाता ऐसे पेशेवर होते हैं जो बुजुर्ग व्यक्तियों को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करते हैं। उनका उद्देश्य वृद्ध व्यक्तियों की जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना और उन्हें उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं से निपटने में मदद करना है।
रुचि
क्षमता
या
या
या
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
सरकारी संस्थान-
अन्य संस्थान-
ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा संस्थान-
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार सें 1 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण-
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल-
अस्पताल और सामुदायिक केंद्र, मानसिक स्वास्थ्य केंद्र, पुनर्वास केंद्र, शैक्षिक संस्थान, वृद्धाश्रम, निजी क्लीनिक, सरकारी और एनजीओं।
कार्य का माहौल-
वरिष्ठ जेरिएट्रिक काउंसलर→विभाग प्रमुख→शिक्षक या प्रोफेसर→शोधकर्ता
वेतन लगभग 4 लाख सें 12 लाख रुपये वेतन प्रतिवर्ष हो सकता है।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. मनु शर्मा एक वृद्धावस्था परामर्शदाता और मनोचिकित्सा के प्रोफेसर हैं, जिनके पास मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले विविध रोगी आबादी के इलाज में 10 वर्षों का नैदानिक अनुभव है। डॉ. शर्मा एक लोकप्रिय शिक्षाविद् हैं और उन्होंने चिकित्सा अनुसंधान के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। वह एक अत्यधिक कुशल और दयालु मनोचिकित्सक हैं, जो रोगियों को साक्ष्य आधारित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने की प्रतिष्ठा रखते हैं।
स्त्रोत- https://www.geetanjalihospital.co.in/our-expert/psychiatric/dr.-manu-sharma
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।