↤ Go Back | 🏚 » जीविकायें » इलेक्ट्रिक वाहन सॉफ्टवेयर डेवलपर (Electric Vehicle Software Developer)
इलेक्ट्रिक वाहन सॉफ्टवेयर डेवलपर (Electric Vehicle Software Developer)
NCS Code: NA |
परिचय
इलेक्ट्रिक वाहन सॉफ्टवेयर डेवलपर एक ऐसा पेशेवर होता हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉफ्टवेयर डिजाइन, विकास और परीक्षण करता है । इन डेवलपर्स का काम इलेक्ट्रिक वाहनों को स्मार्ट और कुशल बनाने में मदद करना है ताकि वे अधिक सुरक्षित, सक्षम और पर्यावरण अनुकूल हो सकें ।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
हाथ से काम करना ।
समस्या का समाधान करना ।
नई और आधुनिक चीजें बनाना ।
क्षमता
यंत्र और उपकरणों/ सॉफ्टवेयर के साथ काम करना ।
चीजों के बीच संबंधों की समझ ।
नए डिजाइन और पैटर्न बनाना ।
प्रवेश मार्ग
साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमेस्ट्री ,मैथ्स ) से कक्षा 12 वीं पूरी करें ।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, या इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मे या संबंधित विषय मे स्नातक की डिग्री करें।
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद या संबंधित क्षेत्र मे मास्टर डिग्री करें ।
ईवी तकनीशियन या इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में पी. जी . डिप्लोमा या ITI करें ।
जेईई (JEE) मेन और एडवांस्ड: आईआईटी, एनआईटी, और अन्य प्रमुख संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए इन परीक्षाओं की तैयारी करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
शैक्षिक संस्थान
शैक्षिक संस्थान (सार्वजनिक, निजी, दूरस्थ)-
आईआईटी (IITs) कॉलेज जैसे -
आईआईटी,बॉम्बे (IIT Bombay)
आईआईटी, दिल्ली (IIT Delhi)
आईआईटी,मद्रास (IIT Madras)
आईआईटी, खड़गपुर (IIT Kharagpur)
आईआईटी ,जोधपुर (IIT Jodhpur)
एनआईटी (NITs)-
एनआईटी, त्रिची (NIT Trichy)
एनआईटी,रायपुर (NIT Raipur)
एनआईटी, सुरथकल (NIT Surathkal)
मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNIT), जयपुर
डेल्ही कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE), दिल्ली
भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बंगलोर
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार से 7 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं । उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.inलिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल -
रिसर्च लैब , अनुसंधान केंद्र, ओटोमोटिव कंपनियाँ , सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी कंपनियाँ ,सरकारी संगठन, शैक्षणिक संस्थान, अन्य।
कार्य का माहौल-
यह डेस्क जॉब है ।
अंशकालीन काम और संविदा आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं और यह फ्रीलासिंग जॉब भी हैं ।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना पड़ सकता हैं ।
साथ ही ओवरटाइम की भी संभावना रहती है ।
उद्यमिता के तहत स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हो।
इलेक्ट्रिक वाहन सॉफ्टवेयर डेवलपर (Electric Vehicle Software Developer)
NCS Code: NA |इलेक्ट्रिक वाहन सॉफ्टवेयर डेवलपर एक ऐसा पेशेवर होता हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सॉफ्टवेयर डिजाइन, विकास और परीक्षण करता है । इन डेवलपर्स का काम इलेक्ट्रिक वाहनों को स्मार्ट और कुशल बनाने में मदद करना है ताकि वे अधिक सुरक्षित, सक्षम और पर्यावरण अनुकूल हो सकें ।
रुचि
क्षमता
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
शैक्षिक संस्थान (सार्वजनिक, निजी, दूरस्थ)-
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 50 हजार से 7 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं ।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं । यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल -
कार्य का माहौल-
अनुसंधान सहायक→रिसर्च साइंटिस्ट→प्रोजेक्ट मैनेजर→विषय विशेषज्ञ
वेतन लगभग 5 लाख से 20 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
NA