परिचय
अनुसंधान विशेषज्ञ या कृषि वैज्ञानिक के रूप में काम करना।
इन्हें कृषि उद्योग का पर्याप्त ज्ञान और समझ होती है।
वे किसानों, पशुपालकों, कृषि व्यवसायियों और अन्य ग्राहकों को कृषि के विभिन्न पहलुओं पर सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
कई अवसरों पर, कृषि सलाहकार कृषि व्यवसायों में परामर्श के लिए ग्राहकों के साथ बैठकें भी करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
हाथ से काम करना।
समस्या का समाधान करना।
लोगों के साथ और उनके लिए काम करना।
क्षमता
यंत्र और उपकरणों/ सॉफ्टवेयर के साथ काम करना।
शब्द और भाषा की पहचान और लेखन करना।
आकार और स्थान की समझ।
प्रवेश मार्ग
जीव विज्ञान ,कृषि विज्ञान, गणित विषय में कक्षा 12 वीं पूरी करें। (स्नातक में प्रवेश हेतु JET संयुक्त प्रवेश परीक्षा व संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा CUET परीक्षा अवश्य दें)।
कृषि /बागवानी में स्नातक की डिग्री बी.एस.सी.एग्रीकल्चर ,बी.टेक एग्रीकल्चर या
एग्रीकल्चर में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम कोर्स, डिप्लोमा पूरा करें । या
एग्रीकल्चर में ट्रेनिंग और वर्कशॉप्स करें। या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान
1. महाराणा प्रताप कृषि एवं अभियांत्रिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर
2. श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर-जयपुर
3. स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
4. कृषि विश्वविद्यालय,कोटा
5. कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर
6. इंटरनेशनल होर्टीकल्चरइनोवेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर, जयपुर
7. SKNAU कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर,जोबनेर
8. केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान,(CAZRI ), जोधपुर
9. कृषि अनुसंधान केन्द्र उम्मेदगंज, कोटा
10. राजस्थान कृषि अनुसंधान केन्द्र,जयपुर
11. राज्य कृषि अनुसंधान केन्द्र,जयपुर
12. केंद्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, दुर्गापुरा ,जयपुर
13. शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (AFRI), जोधपुर
14. राजस्थान केन्द्रीय विश्व विद्यालय किशनगढ़,अजमेर
15. विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर
अन्य संस्थान
1. विद्या भवन सोसाइटी
2. वनस्थली विद्यापीठ निवाई, टोंक (केवल महिलाओं के लिए)
3. सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, जयपुर
ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा संस्थान
1. स्वयंम
2. इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
3. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय,कोटा (आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
कोर्स की फीस लगभग 80 हजार से 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है। उपर्युक्त आँकड़ेअनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है। (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल
कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि सहकारी संगठन,खाद्य प्रौद्योगिकी कंपनियाँ, ग्रीनहाउस ,सरकारी और निजी अनुसंधान अन्य।
कार्य का माहौल
यह फील्ड जॉब भी हो सकती हैं और डेस्क जॉब भी हो सकती है ।
स्थानीय यात्रा नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है ।
अंशकालीन काम और संविदा आधारित आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं ।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 9 घंटे काम करना पड़ सकता है ।
साथ ही ओवरटाइम की भी संभावना रहती है ।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
फार्म मैनेजर→मृदा वैज्ञानिक→पशु पोषण विशेषज्ञ→खाद्य सुरक्षा सलाहकार→ऑर्गेनिक कंसल्टेंट्स
अपेक्षित वेतन
वेतन लगभग आय 10 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं । (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
केंद्र सरकार खेती की लागत कम करने के लिए जैविक खेती (Organic Farming) और प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा दे रही है। जैविक खेती की महत्ता को देख उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के ज्ञानपुर गांव के रहने वाले किसान रामेश्वर सिंह ने ऑर्गेनिक कंसल्टेंसी का काम शुरू किया। जैविक उत्पादों को किसानों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने एग्री क्लिनिक की स्थापना की । आज उनके बिजनेस का वार्षिक टर्नओवर 50 लाख रुपये है. रामेश्वर सिंह एग्रीकल्चर में ग्रेजुएट हैं और वे गांव के एक प्रोग्रेसिव किसान हैं। इसके साथ वे अपने ग्राम पंचायत के एक्विट मेंबर हैं ।
एक बार उन्होंने एग्री-क्लिनिक और एग्री बिजनेस सेंटर में कृषि विज्ञान केंद्र कौशाम्बी द्वारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम में हिस्सा लिया। वह एसी और एबीसी योजना के तहत लाभों और एक्सटेंशन सर्विसेज से आश्वस्त थे। उसके बाद, उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), कौशाम्बी से संपर्क किया और दो महीने के रेजिडेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया । ट्रेनिंग लेने के बाद रामेश्वर ने अपनी बचत के साथ एग्री-क्लिन की स्थापना की । उन्होंने 9 एग्री-कंपनियों के साथ औपचारिक समझौते किए हैं । साथ ही पांच गांवों रिटेल केंद्र स्थापित किए हैं जहाँ किसान एग्री-इनपुट खरीद सकते हैं ।
कृषि सलाहकार (Agriculture Consultant )
NCS Code: NA |अनुसंधान विशेषज्ञ या कृषि वैज्ञानिक के रूप में काम करना। इन्हें कृषि उद्योग का पर्याप्त ज्ञान और समझ होती है। वे किसानों, पशुपालकों, कृषि व्यवसायियों और अन्य ग्राहकों को कृषि के विभिन्न पहलुओं पर सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। कई अवसरों पर, कृषि सलाहकार कृषि व्यवसायों में परामर्श के लिए ग्राहकों के साथ बैठकें भी करते हैं।
रुचि
क्षमता
जीव विज्ञान ,कृषि विज्ञान, गणित विषय में कक्षा 12 वीं पूरी करें।
(स्नातक में प्रवेश हेतु JET संयुक्त प्रवेश परीक्षा व संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा CUET परीक्षा अवश्य दें)।
कृषि /बागवानी में स्नातक की डिग्री बी.एस.सी.एग्रीकल्चर ,बी.टेक एग्रीकल्चर
या
एग्रीकल्चर में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम कोर्स, डिप्लोमा पूरा करें ।
या
एग्रीकल्चर में ट्रेनिंग और वर्कशॉप्स करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
सरकारी संस्थान
1. महाराणा प्रताप कृषि एवं अभियांत्रिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर
2. श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर-जयपुर
3. स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
4. कृषि विश्वविद्यालय,कोटा
5. कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर
6. इंटरनेशनल होर्टीकल्चरइनोवेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर, जयपुर
7. SKNAU कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर,जोबनेर
8. केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान,(CAZRI ), जोधपुर
9. कृषि अनुसंधान केन्द्र उम्मेदगंज, कोटा
10. राजस्थान कृषि अनुसंधान केन्द्र,जयपुर
11. राज्य कृषि अनुसंधान केन्द्र,जयपुर
12. केंद्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, दुर्गापुरा ,जयपुर
13. शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (AFRI), जोधपुर
14. राजस्थान केन्द्रीय विश्व विद्यालय किशनगढ़,अजमेर
15. विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर
अन्य संस्थान
1. विद्या भवन सोसाइटी
2. वनस्थली विद्यापीठ निवाई, टोंक (केवल महिलाओं के लिए)
3. सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, जयपुर
ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा संस्थान
1. स्वयंम
2. इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
3. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय,कोटा
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 80 हजार से 3 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है।
उपर्युक्त आँकड़ेअनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति
https://sje.rajasthan.gov.in/
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल
कार्य का माहौल
फार्म मैनेजर→मृदा वैज्ञानिक→पशु पोषण विशेषज्ञ→खाद्य सुरक्षा सलाहकार→ऑर्गेनिक कंसल्टेंट्स
वेतन लगभग आय 10 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं ।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
केंद्र सरकार खेती की लागत कम करने के लिए जैविक खेती (Organic Farming) और प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा दे रही है। जैविक खेती की महत्ता को देख उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के ज्ञानपुर गांव के रहने वाले किसान रामेश्वर सिंह ने ऑर्गेनिक कंसल्टेंसी का काम शुरू किया। जैविक उत्पादों को किसानों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने एग्री क्लिनिक की स्थापना की । आज उनके बिजनेस का वार्षिक टर्नओवर 50 लाख रुपये है. रामेश्वर सिंह एग्रीकल्चर में ग्रेजुएट हैं और वे गांव के एक प्रोग्रेसिव किसान हैं। इसके साथ वे अपने ग्राम पंचायत के एक्विट मेंबर हैं ।
एक बार उन्होंने एग्री-क्लिनिक और एग्री बिजनेस सेंटर में कृषि विज्ञान केंद्र कौशाम्बी द्वारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम में हिस्सा लिया। वह एसी और एबीसी योजना के तहत लाभों और एक्सटेंशन सर्विसेज से आश्वस्त थे। उसके बाद, उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), कौशाम्बी से संपर्क किया और दो महीने के रेजिडेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया । ट्रेनिंग लेने के बाद रामेश्वर ने अपनी बचत के साथ एग्री-क्लिन की स्थापना की । उन्होंने 9 एग्री-कंपनियों के साथ औपचारिक समझौते किए हैं । साथ ही पांच गांवों रिटेल केंद्र स्थापित किए हैं जहाँ किसान एग्री-इनपुट खरीद सकते हैं ।
स्त्रोत- https://www.zeebiz.com/hindi/economy/agriculture/success-story-up-farmers-start-agri-consultancy-clinic-with-investment-of-rs-5-lakh-now-earn-over-rs-50-lakh-per-year-130012
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
Agriculture Consultants, Agriculture Advisor, Agriculture Representative, Agriculture Specialists