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जनजातीय सामाजिक कार्यकर्ता (Tribal Social Worker)
NCS Code: NA |
परिचय
जनजातीय सामाजिक कार्यकर्ता एक पेशेवर है जो आदिवासी समुदायों के साथ काम करते हैं और उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायता करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
लोगों के साथ और उनके लिए काम करना।
समस्या का समाधान करना।
चीजों को व्यवस्थित करना और योजना बनाना।
क्षमता
चीजों के बीच संबंध को समझना।
शब्द और भाषा की पहचान और लेखन करना।
प्रवेश मार्ग
किसी भी स्ट्रीम में कक्षा 12 वीं पूरी करें।
सामाजिक कार्य में स्नातक की डिग्री करें।
या
स्नातक की डिग्री के पश्चात संबंधित क्षेत्र मे मास्टर डिग्री करें।
संबंधित क्षेत्र मे डिप्लोमा कोर्स करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
1. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर
2. राजस्थान विश्वविद्यालय (University of Rajasthan), जयपुर
3. जनजातीय विश्वविद्यालय, बाँसवाड़ा (Govind Guru Tribal University - GGTU)
4. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू), जोधपुर, राजस्थान
5. महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू), बीकानेर, राजस्थान
अन्य संस्थान-
1. महात्मा गांधी विश्वविद्यालय (Mahatma Gandhi University), जयपुर
दूरस्थ शिक्षा संस्थान -
1. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (VMOU), कोटा
2. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) (आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 10 हजार से 1 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं। उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (यह विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.in
लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल-
आदिवासी समुदायों, ग्रामीण क्षेत्रों, या सामाजिक सेवा संस्थानों में काम करते हैं।
कार्य का माहौल-
यह फील्ड जॉब है।
स्थानीय यात्रा नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है।
अंशकालीन काम और संविदा आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 8- 9 घंटे काम करना पड़ सकता हैं।
जनजातीय सामाजिक कार्यकर्ता (Tribal Social Worker)
NCS Code: NA |जनजातीय सामाजिक कार्यकर्ता एक पेशेवर है जो आदिवासी समुदायों के साथ काम करते हैं और उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायता करते हैं।
रुचि
क्षमता
किसी भी स्ट्रीम में कक्षा 12 वीं पूरी करें।
सामाजिक कार्य में स्नातक की डिग्री करें।
या
स्नातक की डिग्री के पश्चात संबंधित क्षेत्र मे मास्टर डिग्री करें।
संबंधित क्षेत्र मे डिप्लोमा कोर्स करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
सरकारी संस्थान-
1. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर
2. राजस्थान विश्वविद्यालय (University of Rajasthan), जयपुर
3. जनजातीय विश्वविद्यालय, बाँसवाड़ा (Govind Guru Tribal University - GGTU)
4. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू), जोधपुर, राजस्थान
5. महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू), बीकानेर, राजस्थान
अन्य संस्थान-
1. महात्मा गांधी विश्वविद्यालय (Mahatma Gandhi University), जयपुर
दूरस्थ शिक्षा संस्थान -
1. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (VMOU), कोटा
2. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 10 हजार से 1 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(यह विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल-
आदिवासी समुदायों, ग्रामीण क्षेत्रों, या सामाजिक सेवा संस्थानों में काम करते हैं।
कार्य का माहौल-
सीनियर ट्राइबल सोशल वर्कर →ट्राइबल सोशल वर्क मैनेजर →प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर →सुपरवाइजर →प्रोग्राम डाइरेक्टर
वेतन लगभग 20 हजार से 1 लाख रुपये प्रतिमाह हो सकता हैं ।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
डूंगरपुर के सामाजिक कार्यकर्त्ता मूलचंद लोढ़ा और जयपुर के लापोड़िया गाँव के लक्ष्मण सिंह को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए पद्म श्री अवार्ड हेतु चुना गया है।
स्त्रोत- https://www.amarujala.com/rajasthan/padma-shri-award-all-you-need-to-know-about-moolchand-lodha-rss-rajasthan-2023-01-26
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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