परिचय
नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट का कार्य रसायनमुक्त, पर्यावरण-अनुकूल और सतत खेती के तरीकों को बढ़ावा देना है। इसमें किसानों को जैविक खाद, जैविक कीटनाशक, और पारंपरिक कृषि विधियों का प्रशिक्षण देना शामिल है। इसके साथ ही, खेती की लागत को कम करते हुए उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
हाथ से काम करना।
चीजों को व्यवस्थित रखना और योजना बनाना।
नई और आधुनिक चीजे बनाना।
क्षमता
यंत्र और उपकरणों/ सॉफ्टवेयर के साथ काम करना।
चीजों के बीच संबंधों की समझ।
नए डिजाइन और पैटर्न बनाना।
प्रवेश मार्ग
विज्ञान या कृषि संकाय से 12 वीं पूरी करें ।
बीएससी कृषि (B.Sc. Agriculture), बीएससी बायोलॉजी (B.Sc. Biology), बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स (B.Sc. Agriculture Hons), बीएससी ऑर्गेनिक फार्मिंग (B.Sc. Organic Farming), बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग (B.Tech Agricultural Engineering) मे स्नातक की डिग्री पूरी करें ।
या
स्नातक डिग्री के पश्चात उसी या संबंधित विषय मे मास्टर डिग्री करें ।
या
जैविक कृषि, जैव विविधता संरक्षण, और प्राकृतिक खेती या किसी भी संबधित विषय में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करें ।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
महाराणा प्रताप कृषि एवं अभियांत्रिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर
श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर-जयपुर
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर
कोर्स की फीस लगभग 20 हजार से 1 लाख 50 हजार रुपए प्रतिवर्ष हो सकती है।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है।
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल -
ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के साथ काम करना पड सकता है एवं कृषि अनुसंधान केंद्र, गैर-सरकारी संगठन (NGO), और जैविक खेती के संगठन, प्रशिक्षण केंद्र और विश्वविद्यालय इत्यादी क्षेत्र हो सकते है।
कार्य का माहौल-
यह फील्ड जॉब होती हैं ।
स्थानीय यात्रा नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है ।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 8 घंटे काम करना पड़ सकता है।
नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट की जॉब में कार्य का माहौल आमतौर पर किसानों को प्राकृतिक खेती की विधियाँ सिखाने और उनके सवालों का समाधान करने पर आधारित होता है इसमे खेतों का दौरा, सामुदायिक कार्य, किसानों के साथ संवाद एवं जैविक उत्पादों के प्रदर्शन में भाग लेना जरुरी हो सकता है।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
जैविक कृषि सलाहकार→परियोजना प्रबंधक (नेचुरल फार्मिंग)→कृषि अनुसंधान वैज्ञानिक→नेचुरल फार्मिंग कंसल्टेंसी व्यवसाय ।
अपेक्षित वेतन
वेतन लगभग 3 लाख प्रतिवर्ष से 10 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता है। अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर यह 5 लाख प्रतिवर्ष या अधिक तक बढ़ सकती है। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
राजस्थान में नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले कुछ प्रमुख व्यक्तित्व और उनकी सफलता की कहानियाँ इस प्रकार हैं:
1. सुभाष पालेकर (Subhash Palekar):
सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती (SPNF) के प्रणेता हैं, जिन्हें शून्य बजट प्राकृतिक खेती (Zero Budget Natural Farming) के लिए जाना जाता है। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के बिना खेती करने की विधि विकसित की, जिससे किसानों की उत्पादन लागत कम होती है और मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। उनकी विधि में जीवामृत, बीजामृत, वाफसा और आच्छादन जैसी तकनीकों का उपयोग शामिल है।
2. उषा देवी:
उषा देवी जैविक तरीके से कई तरह की सब्जियों की खेती कर रही हैं। वह रोजाना हजारों रुपये से अधिक की सब्जियाँ बाजार में बेचती हैं और मल्टी फार्मिंग के माध्यम से अन्य महिला किसानों के लिए मिसाल पेश कर रही हैं।
नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट (Natural Farming Expert )
NCS Code: NA |नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट का कार्य रसायनमुक्त, पर्यावरण-अनुकूल और सतत खेती के तरीकों को बढ़ावा देना है। इसमें किसानों को जैविक खाद, जैविक कीटनाशक, और पारंपरिक कृषि विधियों का प्रशिक्षण देना शामिल है। इसके साथ ही, खेती की लागत को कम करते हुए उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है।
रुचि
क्षमता
विज्ञान या कृषि संकाय से 12 वीं पूरी करें ।
बीएससी कृषि (B.Sc. Agriculture), बीएससी बायोलॉजी (B.Sc. Biology), बीएससी एग्रीकल्चर ऑनर्स (B.Sc. Agriculture Hons), बीएससी ऑर्गेनिक फार्मिंग (B.Sc. Organic Farming), बीटेक एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग (B.Tech Agricultural Engineering) मे स्नातक की डिग्री पूरी करें ।
या
स्नातक डिग्री के पश्चात उसी या संबंधित विषय मे मास्टर डिग्री करें ।
या
जैविक कृषि, जैव विविधता संरक्षण, और प्राकृतिक खेती या किसी भी संबधित विषय में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करें ।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें ।
सरकारी संस्थान-
अन्य संस्थान-
ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा संस्थान -
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
कोर्स की फीस लगभग 20 हजार से 1 लाख 50 हजार रुपए प्रतिवर्ष हो सकती है।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल -
ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के साथ काम करना पड सकता है एवं कृषि अनुसंधान केंद्र, गैर-सरकारी संगठन (NGO), और जैविक खेती के संगठन, प्रशिक्षण केंद्र और विश्वविद्यालय इत्यादी क्षेत्र हो सकते है।
कार्य का माहौल-
नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट की जॉब में कार्य का माहौल आमतौर पर किसानों को प्राकृतिक खेती की विधियाँ सिखाने और उनके सवालों का समाधान करने पर आधारित होता है इसमे खेतों का दौरा, सामुदायिक कार्य, किसानों के साथ संवाद एवं जैविक उत्पादों के प्रदर्शन में भाग लेना जरुरी हो सकता है।
जैविक कृषि सलाहकार→परियोजना प्रबंधक (नेचुरल फार्मिंग)→कृषि अनुसंधान वैज्ञानिक→नेचुरल फार्मिंग कंसल्टेंसी व्यवसाय ।
वेतन लगभग 3 लाख प्रतिवर्ष से 10 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता है। अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर यह 5 लाख प्रतिवर्ष या अधिक तक बढ़ सकती है।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है। )
फील्ड के कुछ अनुभव
राजस्थान में नेचुरल फार्मिंग एक्सपर्ट के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले कुछ प्रमुख व्यक्तित्व और उनकी सफलता की कहानियाँ इस प्रकार हैं:
1. सुभाष पालेकर (Subhash Palekar):
सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती (SPNF) के प्रणेता हैं, जिन्हें शून्य बजट प्राकृतिक खेती (Zero Budget Natural Farming) के लिए जाना जाता है। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के बिना खेती करने की विधि विकसित की, जिससे किसानों की उत्पादन लागत कम होती है और मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। उनकी विधि में जीवामृत, बीजामृत, वाफसा और आच्छादन जैसी तकनीकों का उपयोग शामिल है।
2. उषा देवी:
उषा देवी जैविक तरीके से कई तरह की सब्जियों की खेती कर रही हैं। वह रोजाना हजारों रुपये से अधिक की सब्जियाँ बाजार में बेचती हैं और मल्टी फार्मिंग के माध्यम से अन्य महिला किसानों के लिए मिसाल पेश कर रही हैं।
स्त्रोत- https://www.krishakjagat.org/farmer-success-story/woman-farmer-usha-is-growing-vegetables-through-organic-farming-becoming-an-example-by-earning-lakhs-annually/?utm_
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।