परिचय
विभिन्न प्रजातियों के जानवरों की संतुलित और योजनाबद्ध तरीके से नस्ल सुधार, गुणवत्ता सुधार, या अन्य विशेषताओं को बढ़ाने के लिए प्रजनन करना । यह कार्य आमतौर पर घरेलू जानवरों, जैसे- गाय, भेड़, कुत्ते, बिल्लियाँ, घोड़े आदि।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
हाथ से काम करना।
चीजों को व्यवस्थित रखना और योजना बनाना।
क्षमता
संख्याओं , डाटा , ग्राफ की समझ ।
चीजों के बीच संबंधों की समझ ।
प्रवेश मार्ग
कृषि या विज्ञान संकाय (फिजिक्स, केमेस्ट्री,बायोलॉजी ) कक्षा 12 वीं पूरी करें ।
पशु चिकित्सा विज्ञान (बी. वी.एस.सी.) यानी बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी मे स्नातक की डिग्री पूर्ण करें ।
या
पशु चिकित्सा मे डिप्लोमा करें ।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय , वल्लभनगर, उदयपुर
वेटरनरी कॉलेज जयपुर
राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (RAJUVAS), बीकानेर
भारत भर में पशु चिकित्सा महाविद्यालय
भारत भर में पशुपालन की शिक्षा देने वाले कृषि महाविद्यालय
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
विशेष प्रशिक्षण की सरकारी कॉलेज फीस लगभग 8 हजार से 20 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है ।
प्रशिक्षण की निजी कॉलेज फीस लगभग 82 हजार से 1 लाख 70 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है । उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। https://sje.rajasthan.gov.in/ मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है।https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है ।
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल -
डेयरी फार्मस
पशु प्रजनन केंद्र
सरकारी या निजी पशुपालन संस्थान
शोध और विकास संस्थान अन्य ।
कार्य का माहौल-
यह फील्ड जॉब होती हैं ।
अंशकालीन काम और संविदा आधारित आधारित नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं ।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना पड़ सकता है ।
साथ ही ओवरटाइम की भी संभावना रहती है ।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
पशुधन सहायक→पशु चिकित्सा सहायक→सहायक सूचना अधिकारी ।
अपेक्षित वेतन
वेतन लगभग 25 हजार से 45 हजार रुपये प्रतिमाह हो सकता हैं। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के अरनावली गांव के निवासी मनीष भारती पारंपरिक रूप से डेयरी किसान हैं। उनके पास करीब 25 एकड़ जमीन है, जिसमें उनका घर और मवेशीखाना भी शामिल है। एमबीए की डिग्री पूरी करने के बाद वे डेयरी क्षेत्र में सफल उद्यमी बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने आईसीएआर-केंद्रीय मवेशी अनुसंधान संस्थान, मेरठ कैंट के वैज्ञानिकों से संपर्क किया। उन्हें मवेशियों के प्रजनन और आहार सुधार पर केंद्रित वैज्ञानिक डेयरी फार्मिंग पर एक कार्यक्रम में भाग लेने की सलाह दी गई। बाद में उन्होंने उसमें भाग लिया। उन्होंने 2012 में 4 गायों के साथ 35 लीटर प्रतिदिन के औसत उत्पादन के साथ अपना डेयरी व्यवसाय शुरू किया। बहुत जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि डेयरी उद्योग जमीनी स्तर पर बिल्कुल भी संगठित नहीं है और किसानों को उनके द्वारा उत्पादित दूध का सही मूल्य नहीं मिल रहा है।
पशु प्रजननक (Animal Breeder)
NCS Code: NA |विभिन्न प्रजातियों के जानवरों की संतुलित और योजनाबद्ध तरीके से नस्ल सुधार, गुणवत्ता सुधार, या अन्य विशेषताओं को बढ़ाने के लिए प्रजनन करना । यह कार्य आमतौर पर घरेलू जानवरों, जैसे- गाय, भेड़, कुत्ते, बिल्लियाँ, घोड़े आदि।
रुचि
क्षमता
कृषि या विज्ञान संकाय (फिजिक्स, केमेस्ट्री,बायोलॉजी ) कक्षा 12 वीं पूरी करें ।
पशु चिकित्सा विज्ञान (बी. वी.एस.सी.) यानी बैचलर ऑफ़ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी मे स्नातक की डिग्री पूर्ण करें ।
या
पशु चिकित्सा मे डिप्लोमा करें ।
सरकारी संस्थान-
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
विशेष प्रशिक्षण की सरकारी कॉलेज फीस लगभग 8 हजार से 20 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है ।
प्रशिक्षण की निजी कॉलेज फीस लगभग 82 हजार से 1 लाख 70 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है ।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता है।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति
https://sje.rajasthan.gov.in/ मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल -
कार्य का माहौल-
पशुधन सहायक→पशु चिकित्सा सहायक→सहायक सूचना अधिकारी ।
वेतन लगभग 25 हजार से 45 हजार रुपये प्रतिमाह हो सकता हैं।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के अरनावली गांव के निवासी मनीष भारती पारंपरिक रूप से डेयरी किसान हैं। उनके पास करीब 25 एकड़ जमीन है, जिसमें उनका घर और मवेशीखाना भी शामिल है। एमबीए की डिग्री पूरी करने के बाद वे डेयरी क्षेत्र में सफल उद्यमी बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने आईसीएआर-केंद्रीय मवेशी अनुसंधान संस्थान, मेरठ कैंट के वैज्ञानिकों से संपर्क किया। उन्हें मवेशियों के प्रजनन और आहार सुधार पर केंद्रित वैज्ञानिक डेयरी फार्मिंग पर एक कार्यक्रम में भाग लेने की सलाह दी गई। बाद में उन्होंने उसमें भाग लिया। उन्होंने 2012 में 4 गायों के साथ 35 लीटर प्रतिदिन के औसत उत्पादन के साथ अपना डेयरी व्यवसाय शुरू किया। बहुत जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि डेयरी उद्योग जमीनी स्तर पर बिल्कुल भी संगठित नहीं है और किसानों को उनके द्वारा उत्पादित दूध का सही मूल्य नहीं मिल रहा है।
स्त्रोत- https://circ.icar.gov.in/successstory.php
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।