परिचय
हस्तशिल्प एक्सपोर्टर का काम विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प उत्पादों का उत्पादन, प्रमोशन, और निर्यात करना है। इसमें लोकल कलाकारों के बनाए हुए उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुँचाना और उनका व्यापारिक प्रबंधन शामिल होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
रुचि
लोगों के साथ और उनके लिए काम करना।
चीजों को व्यवस्थित करना और योजना बनाना।
नेतृत्व करना।
क्षमता
शब्द और भाषा की पहचान और लेखन करना।
नए डिजाइन और पैटर्न बनाना।
आकार और स्थान की समझ।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम 12वीं कक्षा किसी भी संकाय से उत्तीर्ण (बिजनेस स्टडीज/इकोनॉमिक्स में विशेष योग्यता) हो।
बिजनेस मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड, आर्ट्स मैनेजमेंट स्नातक मे डिग्री करें।
या
हस्तशिल्प डिजाइन या व्यापार से संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
शैक्षिक संस्थान
सरकारी संस्थान-
1. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU), कोटा
2. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर
3. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU), जोधपुर
4. राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ क्राफ्ट एंड डिजाइन (आरआईसीडी), जयपुर
5. भारतीय शिल्प एवं डिजाइन संस्थान (आईआईसीडी), जयपुर
6. राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट, जयपुर
7. वनस्थली विद्यापीठ, वनस्थली, टोंक
8. राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
9. राजस्थान ललित कला संस्थान, कोटा
10. विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर
11. केन्द्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान, अजमेर
12. लक्ष्मीनिवास मित्तल प्रौद्योगिकी संस्थान,जयपुर
13. IIT (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान), निफ्ट जैसे संस्थानों में शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्सेज
दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस लर्निंग)-
1. वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (VMOU), कोटा
2. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं। https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
फीस
कोर्स की फीस लगभग 30 हजार से 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं। उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता हैं। (विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
छात्रवृत्ति/ऋण
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
http://www.scholarships.gov.inलिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र और राज्य सरकार यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. की योजनाएँ उपलब्ध हैं।
यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।https://sje.rajasthan.gov.in/
मेरिट के आधार पर संस्थानों द्वारा स्कॉलरशिप भी मिलती है। (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण -
विद्या लक्ष्मी पोर्टल- यह एक केंद्रीय पोर्टल है जहाँ विभिन्न बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले शैक्षिक ऋणों के लिए आवेदन किया जा सकता है। https://www.vidyalakshmi.co.in
इन शैक्षिक ऋण योजनाओं के लिए आवेदन करने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है । (विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल-
निर्यात और आयात कंपनियाँ , हस्तशिप निर्माण इकाइयाँ,व्यापार कार्यालय, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स , अन्य ऑफिस या कॉर्पोरेट सेटअप , शिल्पकारो के साथ कार्यशाला , गोडाउन स्टोरेज या इंटरनेशनल मार्केट एवं बाजार के क्षेत्र हो सकते है।
कार्य का माहौल-
यह फील्ड जॉब हैं।
स्थानीय यात्रा नौकरी का एक हिस्सा हो सकता है।
अंशकालीन नौकरियाँ उपलब्ध हो सकती हैं और यह फ्रीलासिंग जॉब भी हैं।
आपको सप्ताह में 6 दिन तथा प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना पड़ सकता हैं।
उद्यमिता के तहत स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं।
वेतन लगभग 3 लाख से 6 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं । अनुभव और विशेषज्ञता के साथ यह बढ़ सकती है। (यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
मनमोहन सिंह राठौड़ ने Craftyther.com नामक एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की स्थापना की, जिसके ज़रिए उन्होंने राजस्थानी हस्तशिल्प को दुनियाभर के ग्राहकों तक पहुँचाया। उनकी कंपनी विशेष रूप से हैंडक्राफ़्टेड लेदर बैग्स बनाती है, जिनमें राजस्थानी कला का समावेश होता है। ये बैग्स अपनी उच्च गुणवत्ता, अनोखे डिज़ाइन और राजस्थानी कारीगरी के लिए जाने जाते हैं। स्त्रोत- https://imagechannels.com/craftyther-bikaners-startup-how-manmohan-singh-rathore-made-rajasthani-handicrafts-a-global-brand/ उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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हस्तशिल्प एक्सपोर्टर (Handicraft Exporter)
NCS Code: NA |हस्तशिल्प एक्सपोर्टर का काम विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प उत्पादों का उत्पादन, प्रमोशन, और निर्यात करना है। इसमें लोकल कलाकारों के बनाए हुए उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुँचाना और उनका व्यापारिक प्रबंधन शामिल होता है।
रुचि
क्षमता
न्यूनतम 12वीं कक्षा किसी भी संकाय से उत्तीर्ण (बिजनेस स्टडीज/इकोनॉमिक्स में विशेष योग्यता) हो।
बिजनेस मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड, आर्ट्स मैनेजमेंट स्नातक मे डिग्री करें।
या
हस्तशिल्प डिजाइन या व्यापार से संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स करें।
नामांकन से पूर्व कोर्स की अवधि की जाँच लें।
सरकारी संस्थान-
1. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU), कोटा
2. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU), उदयपुर
3. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU), जोधपुर
4. राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ क्राफ्ट एंड डिजाइन (आरआईसीडी), जयपुर
5. भारतीय शिल्प एवं डिजाइन संस्थान (आईआईसीडी), जयपुर
6. राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट, जयपुर
7. वनस्थली विद्यापीठ, वनस्थली, टोंक
8. राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
9. राजस्थान ललित कला संस्थान, कोटा
10. विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, जयपुर
11. केन्द्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान, अजमेर
12. लक्ष्मीनिवास मित्तल प्रौद्योगिकी संस्थान,जयपुर
13. IIT (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान), निफ्ट जैसे संस्थानों में शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्सेज
दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस लर्निंग)-
1. वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी (VMOU), कोटा
2. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
(आवेदन करने से पहले जाँच लें कि पंजीकृत संस्थान से से मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
संस्थान की रैंकिंग
संस्थान की रैंकिंग विभिन्न एजेंसियों द्वारा जारी की जाती है, जैसे - NIRF (National Institutional Ranking Framework) ।
संस्थान की नवीनतम रैंकिंग संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इन लिंक्स का उपयोग कर सकते हैं।
https://www.nirfindia.org/2024/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 30 हजार से 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती हैं।
उपर्युक्त आँकड़े अनुमानित हैं। यह संस्थान और कोर्स पर निर्भर करता हैं।
(विभिन्न शैक्षिक संस्थानों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल -
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न-भिन्न हो सकती है।)
ऋण -
(विभिन्न शैक्षिक ऋण योजनाओं की ब्याज दरें, पात्रता मानदंड और चुकाने की शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए सभी विकल्पों की तुलना करना और अपने लिए सबसे उपयुक्त योजना का चयन करना महत्त्वपूर्ण है।)
कार्यस्थल-
निर्यात और आयात कंपनियाँ , हस्तशिप निर्माण इकाइयाँ,व्यापार कार्यालय, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स , अन्य ऑफिस या कॉर्पोरेट सेटअप , शिल्पकारो के साथ कार्यशाला , गोडाउन स्टोरेज या इंटरनेशनल मार्केट एवं बाजार के क्षेत्र हो सकते है।
कार्य का माहौल-
ऑपरेशंस मैनेजर:→मार्केटिंग हेड:→सीईओ→इंटरनेशनल बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर→क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजर
वेतन लगभग 3 लाख से 6 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकता हैं । अनुभव और विशेषज्ञता के साथ यह बढ़ सकती है।
(यह वेतन अनुमानित है और परिवर्तनशील है।)
फील्ड के कुछ अनुभव
मनमोहन सिंह राठौड़ ने Craftyther.com नामक एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की स्थापना की, जिसके ज़रिए उन्होंने राजस्थानी हस्तशिल्प को दुनियाभर के ग्राहकों तक पहुँचाया। उनकी कंपनी विशेष रूप से हैंडक्राफ़्टेड लेदर बैग्स बनाती है, जिनमें राजस्थानी कला का समावेश होता है। ये बैग्स अपनी उच्च गुणवत्ता, अनोखे डिज़ाइन और राजस्थानी कारीगरी के लिए जाने जाते हैं।
स्त्रोत-
https://imagechannels.com/craftyther-bikaners-startup-how-manmohan-singh-rathore-made-rajasthani-handicrafts-a-global-brand/
उपर्युक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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